Aughad Baba

Aughad Baba

Saturday, January 17, 2009

mangaldhanram

गुरू वाणी
· समय हो तो ईश्वर का ध्यान करो और समाज का काम करो l

· प्रयास के अन्तिम छोर पर ईश्वर है l

· दिमाग में कलुषित विचार आने पर लगातार ईश्वर का ध्यान करो l

· प्रसन्न रहना ईश्वर की पूजा है l

· ईश्वर पर पूर्ण भरोसा करो l

· ईश्वर से दूर होने पर चिन्ता के पास हो जाते हैं l

· ईश्वर में सन्देह करना अपने में सन्देह करना है l

· भगवान कब क्या देगा, यह वही जानता है l

· यदि तुम सचमुच अकेले हो तो ईश्वर तुम्हारा मित्र है l

· ईश्वर क्या करना चाहता है जानो और धीरज रखो l

· प्राण वायु को संभालने और समझने से ईश्वर ज्ञान होता है l

· जो शक्ति ईश्वर से मिलती है वह कोई नहीं दे सकता है l

· सभी कार्य ईश्वर द्वारा किया जाता है l

· ईश्वर के दरबार में सिर्फ न्याय होता है l

· अगर ईश्वर पर भरोसा है तो बुरे से बुरे समय के लिए तैयार रहो l

· ईश्वर को भूल कर सुखी रहना कठिन है l

· ईश्वर चलते का सहारा है l

· ईश्वर की तरफ होने से ऐश्वर्य पीछे की तरफ हो जाता है l

· भगवान नहीं भूलता है तुम भूलते हो l

· मानव को कैसे रखना यह ईश्वर ही जानता है l

· शक्ति संचय कर ईश्वर को समझ लो l

· साधना ईश्वर के लिये बना बनाया रास्ता है l

· गलत सही का विचार न होना ही ईश्वरमय होना है l

· ईश्वर पर भरोसा धैर्यहीन को नही होता, धैर्य सहनशीलता की उच्चतम श्रेणी है ,
सहनशीलता अभ्यास से आती है सहनशीलता तथा धैर्य एक अभिन्न मित्र है l

· ईश्वर जब तक प्रेरणा नही देता तब तक सुबुद्धि नहीं होती तथा अवसर नहीं पहचान
सकता कोई l

· ईश्वर की कृपा जिस पर होती है वही सामाजिक कार्य में सफलता प्राप्त करता है l

· ईश्वर अनजाने ही बहुत सा काम कराता है , जो अपने सुविधा तथा कार्यक्रम के
अनुसार होता है उसे कहते हैं कि हमने किया जो अनायास होता है उसे ईश्वर की
दुहाई देते है , परन्तु हर काम उसी की इच्छा से होता है l

· जनता का काम करने वाले के लिए ईश्वर सम्मान तथा यश उसके साथ-साथ लिये
चलता है l

· ईश्वर पर भरोसा करके जो भी कार्य धीरज से किया जाता है वह अच्छा होता है l

· ईश्वर सदा प्रेम के साथ देखा जा सकता है l

· मनुष्य को स्वयं अपने पर भरोसा करना चाहिये यही भरोसा ईश्वर तक पहुँचाता है
l

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